गैसकांड के कचरे के परिवहन एवं निष्पादन को लेकर सीएम मोहन यादव का बयान

भोपाल: 2 जनवरी 2025
तमाम आशंकाओं और विरोध को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का गैस कचरे के निष्पादन के संबंध में बयान देते हुए कहा कि कचरे के निष्पादन के लिए समन्वय बनाना जरूरी है। प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी कहा है, कि सभी के साथ बैठकर चर्चा करे, कचरे के निपटान के लिए समन्वय बनाए
घटना को 40 वर्ष हो चुके है, कचरे को लेकर कई तरह की आशंकाएं है। भोपाल के लोग पिछले 40 साल से इसी कचरे के साथ रह रहे हैं, भारत सरकार की कई संस्थाओं ने कचरे का परीक्षण किया गया है, जो लोग इस मामले को राजनीति कर रहे है, मैं उनसे कहना चाहूंगा कि कोर्ट के निर्देश के अनुसार सरकार कार्य कर रही है, हमें जनता की भी चिंता है।
इस कचरे को हम पीथमपुर में जलाने जा रहे है उसका पहले भी ड्राई रन किया जा चुका है, जिसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में जमा की जा चुकी है, उसी रिपोर्ट के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने इस कचरे को नष्ट करने के निर्देश मध्य प्रदेश सरकार को दिए हैं, जिसमें यह साफ कर दिया था इस कचरे के जलने से पर्यावरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। अगस्त 2015 मे यूनियन कार्बाइड के कचरे ट्रायल किया गया था, परीक्षण में जो रिपोर्ट आई है उसके मुताबिक कचरा जलाने से वातावरण में किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस रिपोर्ट के बाद हाईकोर्ट ने हमें कचरा जलाने के लिए निर्देशित किया।
अगर हमें लंबे समय तक आगे बढ़ना है, तो जो लोग राजनीति कर रहे है उन्हे भरोसे में ले, जनप्रतिनिधियों से इस मामले में बातचीत करें। प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय आज दिन में 3:00 बजे से इस मामले में बातचीत की और जन प्रतिनिधियों को विस्तार से कचरा उत्पादन की प्रक्रिया की जानकारी दी।