मप्र में वन मंत्री पद के लिए आस लगाए बैठे सब विधायक और मंत्री
कांग्रेस ने कहा लूट के लिए मचा घमासान

भोपाल: 6 दिसंबर 2024
मप्र की सियासत में इन दिनों वन मंत्री का पद चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल लगभग 1 वर्ष पहले मोहन यादव सरकार के गठन के समय अन्य विभागो के साथ साथ वन मंत्रालय का दायित्व आदिवासी समाज के नागर सिंह चौहान को दिया गया था, मगर लोकसभा चुनावों के दौरान चंबल अंचल के दिग्गज कांग्रेसी नेता विजयपुर के रामनिवास रावत ने कोंग्रेस विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया, जिसका फायदा बीजेपी को हुआ, और खतरे में मानी जा रही चंबल की मुरैना लोकसभा सीट पर भी बीजेपी का कब्जा हुआ। ऐसे में बीजेपी सरकार ने रामनिवास रावत को वन मंत्री बनाकर उन्हें ईनाम दिया, मगर हाल ही में हुए विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर रामनिवास रावत हार गए, लिहाजा विधायकी के साथ साथ वन मंत्री की कुर्सी भी हाथ से चली गई, अब रामनिवास रावत के इस्तीफे के बाद एक बार फिर वन मंत्री का पद रिक्त हो गया है, जिसको पाने के लिए तमाम विधायकों के साथ साथ कई मंत्री भी प्रयास कर रहे है,, सूत्रों के मुताबिक पूर्व वन मंत्री नागर सिंह चौहान एक बार फिर वन मंत्रालय लेने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं,, हालांकि नागर सिंह चौहान कहते हैं कि मंत्रालय बांटने का अधिकार सीएम का है, मगर वो जिम्मेदारी उन्हें दी जाती है, तो वे तैयार हैं।
बीजेपी में वन मंत्री बनने की होड को लेकर कांग्रेस भी निशाना साध रही है, कोंग्रेस का कहना है, सरकार में लूट का माहौल का चल रहा है, ऐसे में हर कोई इस लूट में शामिल होना चाहता है, कांग्रेस से शामिल हुए लोग भी चाहते हैं कि, वो मजबूत हो, इसके लिए सभी प्रयास कर रहे है, सभी गुटों में संतुलन कायम करना भी कम के लिए एक बड़ी चुनौती है।
मप्र की मोहन यादव सरकार का एक वर्ष होने जा रहा है, मंत्रियों के एक वर्ष के कार्यकाल की समीक्षा भी आलाकमान द्वारा की जा रही हे,, ऐसे में चर्चा इस बात की भी है कि, कमजोर प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों पर गाज भी गिर सकती हैं,, इसी को ध्यान में रखते हुए कई दावेदार विधायक अपने अपने तरीके से लॉबिंग कर रहे है, देखना यह होगा कि, अबकी बार वन मंत्रालय किसके पास जाता है।