टॉक्सोकॉन-20 में एम्स भोपाल का शानदार प्रदर्शन

भोपाल: 30 नवंबर 2024
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक, प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में, फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग ने एम्स देवघर में आयोजित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय विष विज्ञान सम्मेलन ‘TOXOCON-20’ में अपने शानदार प्रदर्शन से संस्थान का मान बढ़ाया। इस सम्मेलन में देश भर से विषविज्ञान के विशेषज्ञ और छात्र एकत्रित हुए थे। प्रो. सिंह ने एम्स भोपाल की भागीदारी पर कहा, “TOXOCON-20 में हमारे संकाय सदस्यों और रेजिडेंट डॉक्टरों का प्रदर्शन संस्थान की शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रतीक है। उनकी प्रस्तुतियां और क्विज़ प्रतियोगिता में प्रदर्शन, उनकी कड़ी मेहनत और एम्स भोपाल की अकादमिक मजबूती को दर्शाती हैं। इस तरह के कार्यक्रमें से नवाचार और अनुसंधान की संस्कृति को बल मिलता हैं।”
सम्मेलन के दौरान, विभाग के संकाय सदस्यों और रेजिडेंट डॉक्टरों ने कई प्रभावशाली मौखिक प्रस्तुतियां दीं। इसमें फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. रघवेंद्र कुमार विदुआ द्वारा “जैविक नमूनों के लिए संरक्षक समाधान के रूप में सामान्य नमक की भूमिका का मूल्यांकन” विषय पर प्रस्तुति दी। विभाग के ही एडिशनल प्रोफेसर डॉ. अतुल एस. केचे ने “पोस्टमॉर्टम टिशू एनालिसिस इन फेटल हर्बीसाइड-पैराक्वाट पॉयजनिंग” विषय पर पेपर प्रस्तुत किये। इसके साथ ही जूनियर रेजिडेंट डॉ. अजीत प्रताप द्वारा “साइलेंट किलर अनकवर्ड: ऑटोप्सी एंड टॉक्सिकोलॉजिकल डिटेक्शन ऑफ ओपिओइड एंड मेथामफेटामाइन”, डॉ. पुष्पांजलि टी. द्वारा “परसेप्शन टू रियलिटी: कॉन्टेक्स्चुअल इनसाइट्स ऑन कैनाबिस एब्यूज”, और डॉ. अबार्ना श्री एस. बी. द्वारा “विषाक्तता के कारण विलंबित मृत्यु का निदान करने में हिस्टोपैथोलॉजी की भूमिका – एक केस सीरीज़” जैसी महत्वपूर्ण प्रस्तुतियां शामिल थीं।
TOXOCON-20 के एक प्रमुख आकर्षण के रूप में TOXIQUIZ 2024, विषविज्ञान पर एक राष्ट्रीय स्तर का क्विज़ प्रतियोगिता आयोजित किया गया, जिसमें पहले वर्ष की जूनियर रेजिडेंट डॉ. अबार्ना श्री एस. बी. ने पहला पुरस्कार जीता। इसके अलावा, डॉ. रघवेंद्र कुमार विदुआ और डॉ. अतुल एस. केचे ने पोस्टग्रेजुएट मौखिक पेपर प्रस्तुतियों के लिए निर्णायक के रूप में भी कार्य किया।