एम्स भोपाल के डॉ. दानिश जावेद को “रियल-टाइम माइक्रोबियल डिटेक्शन ग्लव्स” के लिए यूके पेटेंट प्राप्त

भोपाल: 20 अक्टूबर 2024
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह के नेतृत्व में आयुष विभाग के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. दानिश जावेद को “रियल-टाइम माइक्रोबियल डिटेक्शन ग्लव्स” के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रतिष्ठित यूके पेटेंट से सम्मानित किया गया है। इस नवाचार को यूके इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस द्वारा मान्यता दी गई और 14 अक्टूबर, 2024 को आधिकारिक रूप से पेटेंट प्रदान किया गया।
रियल-टाइम माइक्रोबियल डिटेक्शन ग्लव्स को स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को बढ़ाने और हानिकारक रोगाणुओं की त्वरित पहचान के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पेटेंट तकनीक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है, विशेष रूप से उन जगहों पर जहां रोगाणुजनित संक्रमण का अधिक जोखिम होता है। इन ग्लब्स के विकास में कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का सहयोग शामिल है, जिनमें सऊदी अरब के डॉ. राजी कलियापेरूमल, थाईलैंड के प्रोफेसर डॉ. पोंगकिट एकवितायावेचनुकुल और भारत से डॉ. दानिश जावेद, लोवलेश गुप्ता, डॉ. राहुल तिवारी, डॉ. हिना दीक्षित तिवारी, और बिमल देबबर्मा शामिल हैं। यह पेटेंट अंतरराष्ट्रीय डिज़ाइन वर्गीकरण के क्लास 02, सबक्लास 06 के तहत आता है, जो वस्त्र और परिधान से संबंधित है।
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने इस उपलब्धि पर टीम को बधाई देते हुए कहा, “यह उपलब्धि एम्स के डॉक्टरों की चिकित्सा नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति समर्पण का प्रमाण है। ‘रियल-टाइम माइक्रोबियल डिटेक्शन ग्लव्स’ न केवल स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को बढ़ाते हैं, बल्कि संक्रमण नियंत्रण उपायों में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें उम्मीद है कि यह तकनीक चिकित्सा क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव डालेगी।”
यूके इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस द्वारा इस नवाचार की मान्यता एम्स भोपाल की चिकित्सा अनुसंधान को आगे बढ़ाने और अत्याधुनिक स्वास्थ्य समाधानों के विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह पेटेंट अंतरराष्ट्रीय सहयोग और वैश्विक चिकित्सा प्रगति में संस्थान के योगदान का प्रतीक है।